जालोर। गारंटी कायम, सड़क नदारद


जालोर। जनता की सुविधा के लिए कराए गए विकास कार्य किस कदर बदहाली का शिकार होते हैं, इसका अंदाजा बागोड़ा रोड पर बनी गौड़ी पाश्र्वनाथ सम्पर्क सड़क की स्थिति देखकर लगाया जा सकता है। कहने को यह सड़क आज भी गारंटी अवधि में है, लेकिन हकीकत इससे जुदा है। यहां लगे बोर्ड पर सड़क निर्माण, लागत व अवधि सहित पूरा विवरण दर्ज है, लेकिन यहां रोड ही नदारद है। बावजूद इसके सार्वजनिक निर्माण विभाग और निर्माणकर्ता फर्म ने आज तक इसकी सुध ही नहीं।

दरअसल, गौड़ीजी क्षेत्र के बाशिंदों के आवागमन व सुविधा के लिए होण्डा शोरूम के समीप एक किलोमीटर लम्बी गौड़ी पाश्र्वनाथ सम्पर्क सड़क का निर्माण कराया गया था। करीब 27 लाख रूपए की लागत से निर्मित इस डामर सड़क का कार्य 22 दिसम्बर 2010 को शुरू हुआ था और 21 अप्रेल 2011 को निर्माण पूरा हो गया। इस कार्य के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यकारी एजेंसी थी, जबकि इसके निर्माण के लिए मैसर्स महेश कन्स्ट्रक्शन कम्पनी जोधपुर को ठेका दिया गया था। निर्माण के कुछ समय बाद ही यह सड़क बिखरनी शुरू हो गई थी। एक साल पूर्व यह सड़क आधा किलोमीटर तक पूरी तरह टूटकर बिखर गई। धीरे-धीरे यह सड़क नजर आना ही बंद हो गई। कायदों के मुताबिक निर्माणकर्ता फर्म को पांच साल तक इसकी देखरेख व मरम्मत करनी थी। लेकिन विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते निर्माणकर्ता फर्म ने कभी इसकी मरम्मत ही नहीं कराई। हालांकि, अपे्रल 2016 तक इस सड़क की गारंटी अवधि है, लेकिन अब यह रोड नजर आना ही बंद हो गई है।

संदेह के दायरे में कार्यशैली

बीते एक साल से यह डामर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। आधा किलोमीटर तक सड़क का नामोनिशान ही नहीं है और आगे की आधा किलोमीटर सड़क भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। कार्यकारी एजेंसी के नाते सार्वजनिक निर्माण विभाग को निर्माणकर्ता फर्म से इसकी मरम्मत करानी थी। लेकिन विभागीय अधिकारियों की मानें तो नगर परिषद की ओर से नाला निर्माण के दौरान यह सड़क क्षतिग्रस्त हुई। लिहाजा, नगर परिषद से इसकी मरम्मत की मांग की गई। नगर परिषद प्रशासन की मानें तो नाला निर्माण से पहले ही यह सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त थी। लिहाजा, इसकी मरम्मत का जिम्मा भी निर्माणकर्ता फर्म का ही है।चौंकाने वाली बात यह है कि यह सड़क अब नजर ही नहीं आती, लेकिन एक साल गुजरने के बावजूद इस सड़क की सुध नहीं ली गई है। ऎसे में विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली भी संदेह के दायरे में है।

नहीं की मरम्मत

गौड़ी पाश्र्वनार्थ सम्पर्क सड़क की गारंटी अवधि अप्रेल 2016 तक है। कुछ समय पहले नगर परिषद की ओर से नाला निर्माण के दौरान यह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस सम्बन्ध में विभाग की ओर से नगर परिषद से सड़क की मरम्मत के लिए मांग की थी। लेकिन अब तक मरम्मत नहीं की गई। हम मरम्मत करवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
- डी.आर. माधव,अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जालोर

पहले से ही टूटी थी सड़क

नगरपरिषद की ओर से दो माह पहले ही नाला निर्माण कराया गया है, जबकि यह सड़क पहले से ही पूरी तरह क्षतिग्रस्त थी। सड़क गारंटी अवधि में है। लिहाजा, इसकी मरम्मत का जिम्मा भी निर्माणकर्ता फर्म का है।
-शंकरलाल गहलोत,आयुक्त, नगरपरिषद, जालोर

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